Thackeray VS Thackeray: NDA में राज की एंट्री से BJP को क्या होगा फायदा? समझें

Thackeray VS Thackeray: NDA में राज की एंट्री से BJP को क्या होगा फायदा? समझें

लोकसभा चुनाव की तारीख का ऐलान हो गया है और राजनीतिक पार्टियों की तरफ से बैठकों का दौर भी चल पड़ा है। महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक एनडीए के नेताओं का मिलना-मिलाना चल रहा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानी मनसे के नेता राज ठाकरे मुंबई से कल देर रात दिल्ली पहुंचे थे। फिर आज सुबह बीजेपी नेता विनोद तावड़े का साथ उनकी बैठक हुई। फिर दोनों एक ही गाड़ी में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने पहुंचे। बीजेपी ने महाराष्ट्र में अब तक 48 सीटों में से 20 पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। दो सीटों की मांग राज ठाकरे की तरफ से की गई। मुंबई दक्षिण और शिर्डी सीट पर राज ठाकरे अपना दावा ठोक रहे हैं। साउथ मुंबई में सीटिंग शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत हैं जो उद्धव गुट से आते हैं। 

शिवसेना शिंदे ने 18 सीटों की मांग की है। वहीं शिवसेना उद्धव ठाकरे के शिंदे ग्रुप पर भी एक प्रेशर पॉलिटिक्स वाला कदम हो सकता है। ये एक संकेत है कि हमारे पास अब राज ठाकरे भी हैं। मराठी वोट साउथ क्षेत्र में काफी मात्रा में है और राज ठाकरे को भी मराठी वोट की राजनीति करने के लिए जाना जाता है। जहां सुप्रिया सुले ऑफर कर रही हैं कि वो महाविकास अघाड़ी में साथ आते हैं तो उनका सम्मान रखा जाएगा। वहीं सुले की बात पर उद्धव गुट के नेता संजय राउत भड़कते हुए कहा कि क्या पवार साहब इस बात पर सहमत है। 

बीजेपी को क्या हो सकता है फायदा

1. शिंदे के साथ ही राज के आने से मराठी वोटरों को ज्यादा से ज्यादा अपनी तरफ आकर्षित किया जा सकता है। 

2. राज ठाकरे के जरिए बीजेपी उद्धव को मिल रही सहानभूति को भी रोकना चाहती है।

3. अपने तीखे भाषण और बेबाकी के लिए महशूर राज ठाकरे की आक्रमक इमेज का चुनावी फायदा लेना चाहती है। 

4. लाउडस्पीकर जैसे मुद्दों पर मुखर रहने वाले राज अगर अलग चुनाव लड़ते हैं तो बीजेपी को हिंदुत्ववादी वोट के बिखराव का खतरा है। इसलिए उन्हें अपने पाले में लेना चाहती है। 

5. शिंदे सेना की ज्यादा लोकसभा सीटें मांगने पर भी एक तरह का प्रेशर बनाया जा सकता है।

महाराष्ट्र की राजनीति में राज ठाकरे

288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में मनसे का एक विधायक है। 17 साल पहले राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे से अलग होकर महाराष्ट्र नव निर्माण सेना का गठन किया था। पिछले दो सालों में वो कई बार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ नजर आ चुके हैं। राज ठाकरे के साथ आने से बीजेपी को लोकसभा चुनावों के साथ मुंबई महानगर पालिका के चुनावों में फायदा होने की उम्मीद है। 2012 बीएमसी चुनावों में राज ठाकरे की पार्टी को 27 और 2017 के चुनाव में 7 सीटें मिली थी। 

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